कुछ दिन पहले ही मनोहर सिंह की लाड़ली बेटी नंदिनी की बिदाई हो गई थी, घर सुना पड़ा था, नंदिनी की शादी ठाकुर सूर्यप्रताप सिंह के साथ हुयी, नंदिनी सूर्यप्रताप की तीसरी पत्नी है, सूर्यप्रताप सिंह की कोई भी संतान पहले की दोनों पत्नी से नहीं हुयी थी इस वजह से उन्हें तीसरी शादी करनी पड़ी ताकि हवेली को नए राजकुँअर मिल जाये,
नंदिनी बहुत ही सुन्दर लड़की थी, नंदिनी कभी किसी को नाराज नहीं करती थी, उसे लोगो को गरीबी देखकर बहुत ही दुःख होता था, वो गरीब लोगो के मदद के लिए हमेशा काफी आगे रहती थी, नंदनी २२ साल की गजब की सुन्दर और सुशील लड़की थी, उसकी जवानी चरम सीमा पे था, गाँव के लोग उसकी तरफ काम ही नजर उठा के देखते थे क्यों की ठाकुर मनोहर सिंह से सब को बहुत डर रहता था|
मैं उज्जवल सिंह नंदिनी का छोटा भाई हु, मैं अपने बहन के शादी में अमेरिका से आया हु, मैं लॉ की पढाई कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी से कर रहा हु, मैं अपनी बहन को बहुत प्यार करता हु, हमें वो दिन पूरा याद है जब हम दोनों साथ साथ खेलते थे और हम दोनों एक दूसरे का ख्याल रखते थे, पर नशीब मुझे कहा ले आई मैं आपको आगे बताता हु.
मेरी बहन की बिदाई हो गयी थी, और अपने बहन को लाने के लिए उनके ससुराल गया हमलोग में रिवाज है की ७ दिन के अंदर ही वापस मायका आना होता है, मैं अपने दीदी नंदिनी को लाने के लिए गया, वह का ठाठ बाट देखकर मैं दंग रह गया, क्या राजपुताना ठाठ बाट था, मेरे जिज की दोनों पत्नी भी गजब की सुन्दर एक दम राजकुमारी लग रही थी मुझे लगा की जब पहली पत्नी इतनी सजी धजी और इज्जत से रह रही है तब तो मेरी बहन रानी बन कर रहेगी.
पर ये सब उल्टा था, दीदी बुलाई अपने कमरे में, उस समय जीजा जी बहार गए थे, वो फुट फुट कर रोने लगी, बोली भाई मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो गया है, मैं माँ नहीं बन सकती, जीजा जी का वीर्य बाप बनने लायक नहीं है, आज मैंने चुपके से डॉक्टर की रिपोर्ट पढ़ ली, पर मेरे सास ससुर को किसी तांत्रिक न बताया की तुम्हारी तीसरी बहू माँ बनेगी इसलिए मुझे बहुत लाड प्यार हो रहा है, मैं नहीं चाहती की यहाँ से जाऊं, अगर एक बार मैं माँ बन गयी तो मैं रानी बन जाउंगी, इतना अपार दौलत है की मुझे कभी किसी चीज की कमी नहीं होगी.
तुम तो नए ख्यालात के हो मैं चाहती हु की तुम मेरी मदद करो ये बात किसी को पता भी नहीं चलेगा और मैं माँ भी बन जाउंगी, इतना कहकर वो रोने लगी, मैंने कहा दीदी मैं….. तो बोली सोच माँ पापा के बारे में, यहाँ के बारे में क्या होगा अगर तुम मेरे साथ सम्बन्ध बना ही लोगे तो. मैंने कहा ठीक है, मैं दीदी के बगल बाले कमरे में ही था, प्लान बन गया की रात को दीदी के साथ सेक्स सम्बन्ध बनाना है, रात को जब सारे लोग सो गए तो मैंने उनके कमरे में गया, दीदी बेड पे बैठी कुछ पढ़ रही थी, जैसे ही अंदर गया दीदी बहार आकर मुआयना की की कोई है तो नहीं, रात काफी हो गया था सब लोग सो गए थे.
दीदी मुझमे लिपट गयी और हम दोनों ने प्रोमिस किया की ये बात किसी को नहीं बताएँगे, उसके बाद दीदी मुझे किश करने लगी, मैं भी उनको किश करने लगा, धीरे धीरे करके हम दोनों एक दूसरे के कपडे उतार दिए, कमरे में हलकी हलकी मोमबती जल रही थी क्यों की लाइट नहीं था उस दिन, कमरे में से गुलाब की खुसबू आ रही थी, दीदी का होठ भी किसी गुलाब की पंखुड़ी से काम नहीं था मैंने चूसना शुरू किया ऐसा लग रहा था जैसा की मधु को चूस रहा था, उनकी गोल गोल चूचियाँ और उनपर छोटा छोटा निप्पल गजब ढा रही थी, मैंने उनके बाल खोल दिए उनका बाल कमर तक लता हुआ था, गोरा बदन एक दम संगमरमर की तरह, मैंने ऊपर से निचे तक चाटने लगा, आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है.
फिर मैंने दोनों टांगो को फैलाकर उनके चूत की बीच में आ गया, चूत एकदम शेवड था मैंने पूछा दीदी इतना साफ़ है क्या बाल नहीं है तुम्हारे चूत पे, तो बोली नहीं नहीं तुम्हारे जीजा जी ने ही कहा की बाल मुझे अच्छा नहीं लगा, वो मेरे चूत को चाटते है, उनका लैंड टेढ़ा है, मैंने पूछा क्या वजह है जी आपका लंड इतना छोटा पतला और टेढ़ा है तो बोले, मैंने ज़िंदगी में काफी चुदाई की, हमारे घर में पांच नौकरानी है, दो बीवी मैंने सब को चोदता हु, इस वजह से छोटा हो गया मैंने डॉक्टर दिखाया तो बोला की ज्यादा सेक्स करने की वजह से ऐसा हुआ है.
आज तू मुझे चोद दे इतना चोद की मैं तृप्त हो जाऊं, मैंने कहा हां दीदी मेरा लंड भी काफी दिनों से प्यास है आज मेरे लंड को भी अपनी प्यास बुझाने दो, उसके बाद मैंने अपने लंड को दीदी के चूत के ऊपर रखा और जोर से धक्का मार पूरा का पूरा लंड उनके चूत में समा गया, फिर क्या था मैंने दीदी को चूच के निप्पल को दांत से दबा दबा के चोदे जा रहा था वो भी मुझे अपनी बाहों में भरकर गांड उठा उठा के चुदवा रही थी, इस तरह रात भर दीदी मेरे से चुदी |
उसके बाद दूसरे दिन दीदी को लेके अपने घर वापस आ गया, माँ और पापा मन्नत मांगे थे की अगर मेरी बेटी की शादी अच्छे तरह से हो जायेगा तो हरिद्वार जायेंगे, उसी दिन दोनों हरिद्वार के लिए रवाना हो गए, घर में मैं और दीदी दोनों दिन रात चुदाई ही चुदाई, आज तीन महीने हो गए है, मैं बाप बनने बाला हु मेरी दीदी प्रेग्नेंट है वो भी अपने भाई से, आपलोग मुझे बधाई दो प्लीज