मेरा नाम पूनम है मैं 25 साल की हूँ। मैं तलाकशुदा हूँ। और तलाक लेने का कारन ये था की की मेरा पति मुझे चुदाई में संतुष्ट नहीं कर पा रहा था इसलिए मैं शादी के तीन महीने बाद ही अलग हो गई। दोस्तों जब ज़िंदगी में जिस चीज की चाहत से शादी की और वही पूरा नहीं हो पा रहा हो तो क्या करें ? क्या करने चाहिए? अब आप ही बताइये। इसलिए मैं अपने भाई जो मेरे से तीन साल छोटा है और उसकी शादी होने वाली है। उसकी शादी जल्दी इसलिए हो रही है क्यों की वो मानसिक कमजोर है। दौरा पड़ता है और शादी के लिए लड़की मिल गई है तो पापा और मम्मी सोचे हैं, की जल्द से जल्द शादी कर दिया जाये। आपको तो पता होगा दोस्तों आजकल सही लड़के की तो शादी होती ही नहीं दौरा पड़ने वाले लड़के से कौन शादी करेगा।
आज मैं आपको नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर अपनी कहानी सुनाने जा रही हूँ। मैं अपने छोटे भाई को ट्रेंड की हूँ चुदाई में और मैंने सिखाया ताकि वो अपनी बीवी को चोद सके और खुश कर सके ताकि उसकी भी वाइफ भागे नहीं छोड़कर। इस कहानी के माध्यम से आपको यही बताने जा रही हूँ, की कैसे मैं उसको ट्रेंड किया और कैसे चुदाई सिखाई और फिर कैसे वो आजकल मुझे चोद रहा है। वो सब आपको बताने जा रही हूँ।
दोस्तों मैं अभी मायके में ही रह रही हूँ , मेरे पापा मम्मी दोनों टीचर हैं। वो दोनों सुबह साथ बजे जाते हैं और करीब चार बजे आते हैं। तब तक मैं और मेरा भाई घर पर ही रहते हैं। भाई का नाम राजा है। जब लड़की वाले से बातचीत पूरी ही गई की शादी अप्रैल में करने हैं। एक दिन राजा मुझसे बोला दीदी एक चीज बताओ क्या शादी सिर्फ सेक्स के लिए ही की जाती हैं ? तो मैं बोली नहीं नहीं ऐसी बात नहीं शादी इसलिए की जाती है ताकि वंश बढे। और तुम्हे एक अच्छा दोस्त मिल जाये जो तुम्हारी केयर करती हो। पापा मम्मी तो हमेशा रहेंगे नहीं। आप वो सभी बातें पापा मम्मी से या मुझे नहीं कर सकते जो तुम अपने पत्नी के साथ कर सकते हो।
इतना सुनकर वो उदास हो गया। मैं पूछी क्या बात है? वो बोला वो मेरे से दोस्ती क्यों करेगी, मेरे से तो कोई दोस्ती नहीं करता। तो मैं बोली तुम बहुत प्यार करना, तो वो बोला मुझे तो प्यार भी नहीं करना आता।
दोस्तों मुझे लगा की मुझे रोल प्ले करना चाहिए और इसको सिखाना चाहिए तो खुश कैसे रखोगे अपनी बीवी को। मैं बोली एक काम करते हैं आज शाम को मम्मी पापा लखनऊ जा रहे हैं तीन दिन के लिए शादी में। हम दोनों ही यही रहेंगे और मैं तीन तीन दिनों में तुम्हे प्यार भी करना सीखा दूंगी। और बीवी को खुश कैसे रखोगे ये भी बताउंगी। दोस्तों इतना सुनकर वो काफी खुश हो गया। पर मुझे लग रहा था क्या ये सही बात है जो मैं करने जा रही हूँ। फिर मुझे लगा शायद मैं नेक काम ही करुँगी इस लड़के के लिए।
मम्मी पापा लखनऊ चले गए। हम दोनों भाई बहन ही घर पर थे। रात के करीब नौ बजे वो बोला दीदी आज सीखा रहे हो ना ? मैं बोली पर ये बात किसी से नहीं कहना। वो बोला बिलकुल नहीं बोलूगा। मैंने उसको वही पकड़ पर होठ को चूसने लगी। मैं बोली अब ऐसा ही तू मुझे चुसो। वो भी वैसे ही चूसने लगा. मैं फिर से उसको चूसने लगी। अपना जीभ उसके मुँह में डालने लगी। फिर वो भी वैसा ही करने लगा।
दोस्तों इतना करते ही वो वो हरामखोर वाइल्ड हो गया। वो तो मेरे बाल बिखरा दिया और मुझे जोर जोर से चूमने लगा उसको मैं बोली होठ पर वो तो होठ को लाल कर दिया और कंधे पर गर्दन पर गाल पर जोर से चुम रहा था। मैं उसके हाथ को पकड़ कर अपने चूचियों पर रख दी वो और मैं उसके हाथों को दबाने लगी. वो अब मेरी चूचियों को दबाने लगा.
इतना करते ही उसका लौड़ा मोटा हो गया और पेण्ट में ऐसा लग रहा था जैसे की टेंट लग गया हो। मैं उसके लौड़े को पकड़ ली वो सरमा गया। मैं बोली वो भी ऐसे ही पकड़ेगी तू सरमाना नहीं बल्कि खोल कर उसके हाथ में दे देना। उसने तुरंत ही अपना पेंट खोलकर अपना लौड़ा मेरी हाथों में रख दिया मैं उसके लौड़े को आगे पीछे करने लगी।
फिर बैठ गई और मुँह में ले ली , अब वो मेरे सर को पकड़कर अंदर बाहर करवाने लगा। मैं भी मजे लेने लगी। फिर मैं खुद ही अपना टी शर्ट उतार दी और ब्रा भी उतार दी , उसको साथ बैडरूम में ले गई। और लेट गई। उसको मैं बोली अब तू मेरी चूत चाट वो मेरी चूत चाटने लगा. मैं दोनों पैरों को अलग अलग कर दी ताकि उसको कोई दिक्कत नहीं हो। वो मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा। मैं मदहोश होने लगी। क्यों की मैं खुद ही लंड नहीं मिलने के चलते शादी तोड़ कर आई हुई थी। अब मुझे जवान लंड और मोटा लंड मिल रहा था इसलिए मैं इस मौके का फायदा लेने जा रही थी।
मैं उसको चूमने लगी वो भी मुझे चूमने लगा। अब वो मेरी चूचियां भी मसल रहा था और मेरी गांड भी। वो मेरी चूत भी चाट रहा था वो मुझे सहला भी रहा था। दोस्तों मुझे आज ही पता चला की बन्दे में दम होने चाहिए बस चुदाई अपने आप आ जाती है मेरा पागल भाई बड़े प्यार से मुझे प्यार कर रहा था। मैं हैरान थी वो मुझे वही कर रहा था जो मुझे पसंद है।
अब वो निचे जाकर मेरी टांगो को अलग अलग किया और फिर अपना लौड़ा मेरी चूत पर लगाया और जोर से घुसा दिया। मैं कराह उठी। क्यों की उसका लौड़ा बहुत ही ज्यादा मोटा था और मेरी चूत की छेद पतली। मैं कराह उठी पर वो लगा मुझे जोर जोर से चोदने। मैं भी अब मजे लेने लगी वो मेरी चूचियों को मसलते हुए मेरी चूत में लौड़ा पेलने लगा। मैं भी निचे से धक्के देती तो पूरा लौड़ा मेरी चुत में समा जाता। और वो भी ऊपर से धक्के देता.
दोस्तों अब तो वो ऐसे चोद रहा था जैसे को कोई पोर्न स्टार हो। पर मैं उसको बता रही थी बिच बिच में की आइए करना अपनी बीवी को वैसे करना ताकि उसको लगे की मैं सीखा रही हूँ। पर दोस्तों जैसा वो मुझे चोद रहा था उससे तो मैं खुद ही सिख रही थी। इस तरह से वो मुझे रात दिन जब भी मन करता वो मुझे चोदा हम दोनों ही खुश थे। पर ये चुदाई उसके कॉन्फिडेंस लेवल को काफी हाई कर दिया था। वो कहता है अपनी बीवी को खूब चोदुंगा। और मुझे भी बिस्वास है वो अपनी बीवी को बहुत खुश रखेगा जब मैं तीन दिनों में खुश हो गई।
दोस्तों अपनी दूसरी कहानी जल्द ही नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने वाली हूँ आपसे अनुरोध करती हूँ आप रोजाना विजिट करें।