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दोस्तों मेरा नाम गुन्नू है। आज मैं आपको अपनी सेक्स कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर सुनाने जा रही हूँ। मेरी ये चुदाई की हॉट कहानी बहुत पसंद आएगी।
कैसे पापा जी ने मेरी पहली चुदाई की और मेरी चूत के रस को पिया, रात भर मैं भी मजे की वो सारे अनुभव आपके सामने शेयर कर रही हूँ।
मैं अठारह साल की हूँ। गाजिआबाद जो दिल्ली के पास है वही रहती हूँ। मेरे घर में दो बहने और मेरी माँ है। बहन की शादी लखनऊ में हुई है। वो अपने ससुराल में ही रहती है। मेरी माँ शिक्षिका है वो एक स्कूल में पढ़ाती है। आपको पता होगा अभी अभी दिल्ली में जो चुनाव हुआ है उनकी भी ड्यूटी लगी थी तो दो दिन के लिए वो चुनाव के लिए बाहर गई थी मैं घर में अकेली थी।
मेरे दीदी के ससुर जिनको मैं भी पापा जी ही कहती हूँ। वो किसी काम से दिल्ली आये थे। तो वो रात में मेरे यहाँ ही रुक गए थे। रात को मैं अपने कपडे चेंज कर सोने जाने लगी तो वो गुन्नू बेटा मेरे पास बैठो बातचीत करते हैं।
मैं भी उनके साथ बैठ गई। उनके ही बेड पर वो अपने जवानी की कहानी सुनाने लगे। फिर वो धीरे धीरे जवानी में क्या क्या किया वो बताने लगे। फिर सेक्स पर आ गए वो कितने के साथ सेक्स किया था जवानी में शादी के पहले वो बताने लगे। फिर वो शादी के पहले सेक्स क्यों करने चाहिए और इसके क्या फायदे होते हैं बताने लगे।
धीरे धीरे वो मुझे बहसी आँखों से देखने लगे और मेरे जांघ पर अपना हाथ फेरने लगे। मैं बोली पापा जी आप क्या कर रहे हैं? तो वो बोले क्यों तुम्हे अच्छा नहीं लग रहा है। तो मैं बोली नहीं नहीं अच्छा तो लग रहा है। मैं इसके आगे कुछ बोलती की वो बोल पड़े मजे लो ऐसा मौका कभी नहीं आएगा तुम भी अकेली हो आज मैं तुमको चुदाई कैसे करते है और तुम अपने पति को कैसे खुश करोगी जब तुम्हारी शादी होगी वो सभी बताऊंगा।
धीरे धीरे वो मेरे होठ को छूने लगे। वो रजाई हटा दिए तो देखि उनका लौड़ा तम्बू ताने खड़ा था मैं मचल गई देखकर बूढ़े का मोटा लौड़ा।
दोस्तों वो मेरी बाल पकड़कर अपने तरफ खींच लिए और मेरे होठ को अपने होठ के पास ले गए और चूसने लगे। मेरी पिंक होठ उनके होठ पर जब पड़ा वो मचल उठे। वो तुरंत ही अपना पजामा का नाडा खोला और निचे कर दिया अंदर बियर ही। दोस्तों उनका लौड़ा सलामी देने लगा था। वो तुरंत ही मेरे बाल पकड़कर अपने लंड के पास ले गए और हाथ से लौड़ा पकड़कर मेरे मुँह में दे दिए और निचे से हौले हौले धक्के देने लगे।
मेरी चूत गीली होने लगी। अब वो मेरा टीशर्ट उतार दिए कैमिसोल पहनी थी वो भी उतार दिए मेरी चूचियां दबाने लगे। मैं उनका लौड़ा चाट रही थी वो सिसकारियां ले रहे थे। दोस्तों आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं। उसके बाद मुझे फिर से करीब लाये और मेरी चूचियां पिने लगे मैं भी अपनी चूचियां पकड़ पर पिलाने लगी।
वो मुझे पटक दिए और ऊपर चढ़ गए अपने लौड़े को मेरे बूब्स पर रगड़ने लगे। फिर मेरी पेण्ट उतार दिया मेरी पेंटी भी उतार दी। वो मेरी टांगो के बिच में चले गए पहले वो मेरी चुत में ऊँगली डाली जब उनके ऊँगली में चुत का पानी लग गया वो ऊँगली चाटने लगे। ऐसा लग रहा था उनको बहुत स्वाद मिल रहा है मैं पूछी पापा जी कैसा लग रहा है वो बोले नमकीन।
फिर वो जीभ से चाटने लगे। मैं उनके बाल पकड़ कर चुत चटवाने लगी। मैं मजे लेने लगी मेरी सिसकारियां निकलने लगी। अब वो अपना लौड़ा निकाल कर मेरी चुत पर लगाया पर बहुत ही ज्यादा दर्द कर रहा था। उन्होंने फिर थूक लगाया अपने लंड पर और मेरी पतली छोटी चुत में लौड़ा घुसाने लगे।
तीन चार बार कोशिश करने के बाद वो अपना पूरा लौड़ा चुत में गाड़ दिए। मैं दर्द से कराह रही थी। मैं चुद रही थी। दर्द में भी मजा लग रहा था। मैं खूब मजे लेने लगी थी।
दोस्तों उन्होंने पूरी रात चोदा। मैं पहली बार चुदी अपनी सील भी तुड़वाई। खूब मजे की मेरी पहली चुदाई मजेदार रही। मैं आपको दूसरी कहानी भी इस वेबसाइट पर जल्द लिखने वाली हूँ। आप रोजाना विजिट कीजिये नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम।