दोस्तों मैं लकवा पीड़ित हु, मैं बोल नहीं सकता, मेरे कमर के निचे का भाग भी सुन्न हो गया है, सिर्फ हाथ है जो की मैं हिला सकता हु, आज मैं ये कहानी 5 दिन में पूरा किया हु, आज मैं अपने पत्नी की रंगरेलियां के बारे में बताने जा रहा हु, ये कहानी सच्ची है, मैं आज आपको ये पूरी कहानी बता कर अपने दिल को थोड़ा हल्का करना चाहता हु, दोस्तों मेरे दिल में एक हलचल है उसको शांत करना चाहता हु, मैं नहीं जानता था की मेरी ये हालात पर मेरी पत्नी मेरे सामने ही चुदवायेगी, दोस्तों मैं कुछ कर भी नहीं सकता, चुपचाप सामने पड़ा हुआ खाट से देखते रहता हु,
मैं अभी 40 साल का हु, मेरी पत्नी भी 38 साल की है, मेरा कोई बच्चा नहीं हुआ, मेरी पत्नी में ही दोष था, पर मैं अपनी पत्नी को इतना प्यार करता था की मैं उसको छोड़ कर दूसरी शादी नहीं कर सकता था, मैंने उसको वाचा दिया था की तेरे रहते मैं किसी और को कभी नहीं देखूंगा, मुझे मेरी पत्नी लाखो में एक लगती थी. अचानक पिछले साल मुझे लकवा मार गया और मैं अपांग हो गया, हालात ऐसी हो गई की मैं खाट से उठ भी नहीं सकता,
मेरी पत्नी का शरीर और बनावट ऐसा हो गया की वो रोज रोज जवान ही लगती है, उसको लंड रोज चाहिए होता था, वो बिना चुदाई के एक दिन भी नहीं रह सकती थी, पर जब से मैं बीमार हुआ, वो लंड के लिए तड़पने लगी. क्यों की उसको मैं रात में कई बार आह आह आह करते सुना और चूत को जोर जोर से सहलाते हुए देखा है. वो अपनी चूचियों को भी मसलते रहती थी. पर मैं अभागा वो सब देख कर भी कुछ नहीं कर सकता था. मैं सिर्फ यों ही पड़ा पड़ा देखते रहता था . मेरे घर के सामने बाले घर में विक्की रहता है. वो मेरा बड़े भाई का बेटा है, कॉलेज में पढता है. मैं विक्की को बहूत प्यार करता था. क्यों की मुझे अपना बच्चा नहीं था तो जब भी पर्व त्यौहार में उसी को देता था. जब से मैं बीमार हुआ तब से वो मेरे घर का सारा काम सामान लाना कुछ बाजार का काम करना इत्यादि वही करता था,
धीरे धीरे मेरी पत्नी पूजा का आकर्षण उसके तरफ हो गया, वो बहूत ही खिलखिला कर विक्की से बात करती जब विक्की आता वो खुश हो जाती. एक दिन मैं देखा की मेरी पत्नी बाथरूम में नाहा रही थी. तभी विक्की आया, उसने विक्की को बुलाई और उसको पीठ रगड़ने के लिए बोली साबुन लगा कर. मैंने सोचा चाची भतीजे की बात है. पर मैंने क्या देखा वो पीठ में साबुन लगा कर फिर पूजा की बूब्स में भी साबुन लगा रहा था और मसल रहा था. मैं हैरान रह गया कोई कैसे १९ साल के लड़के को अपना बूब्स में साबुन लगाने देगा, उसके बाद देखते ही देखते उसने पीछे से पूरा पकड़ लिया, और फिर बाथरूम का दरवाजा बंद कर दिया, मैं अवाक् होकर देखते ही रह गया,
मैं रो रहा था, क्यों की मैंने इसके लिए कसमे खाई थी की मैं कभी भी नहीं छोडूंगा, पर आज ये अपने से आधे उम्र के लड़के के साथ सेक्स कर रही है. करीब बिस मिनट बाद दरवाजा खुला, वो हस्ते हुए आई, वो सिर्फ पेटीकोट को चूचियों के ऊपर बाँध राखी थी पूरा पेटीकोट भीगा हुआ था, उसकी चूचियां और निप्पल साफ़ साफ़ दिख रहे थे, फिर वो अंदर कमरे में चली गई और विक्की भी उसके पीछे चला गया, फिर अंदर से आह आह आह की आवाज आ रही थी और पलंग के हिलने की आवाज भी, करीब आधे घंटे बाद सब कुछ शांत हो गया, और फिर वो दोनों कमरे से नहीं निकला, करीब तीन घंटे बाद दोनों निकले, वो दोनों सो गए थे.
उसके बाद दोस्तों क्या बताऊँ, विक्की ज्यादा वक्त यही गुजारने लगा, अब वो मेरे सामने भी बूब्स को प्रेस करने लगा. दिन बीतते गया, वो दोनों ऐसे हिल मिल गए जैसे एक नई शादी का जोड़ा हो, वो दोनों साथ साथ चलते नहाते, किचन में जाते. मैं कुछ भी नहीं कर सकता था मैं तो मुर्दा की भांति पड़ा रहता था. मेरे अंदर तो वो भी ताकत ख़तम होने लगी, जिससे मैं नफरत करता या तो गुस्सा करता बस मैं देखता रहता और अपने ज़िन्दगी को कोसते रहता, एक दिन मेरी चालु बीवी ने एक नाटक किया उसने मेरे भाई के यहाँ बात कर के आई की मूझे दर लगता है, विक्की के चाचा तो ऐसे ही पड़े रहते है. आप अगर विक्की को रात में मेरे यहाँ ही सोने भेज देते तो बहूत अच्छा रहता, भला ऐसे में कोई कैसे मना कर सकता है. उसने विक्की को यहाँ सोने के लिए हां कह दिया.
रात को मेरी बीवी खूब सजी संवरी, मुझे तो गाली दे दे के कहना खिला दिया, और फिर वो और विक्की दोनों साथ ही कहना खाई, और फिर मेरे सामने ही दोनों एक ही पलंग पर सो गए, मैं हॉल रूम में था हॉल रूम में दूसरा बड़ा हां बेड था, उसकी पर सो गया, पहले तो मेरी बीवी विक्की के सारे कपडे उतार दी. और फिर फिर उनका लंड अपने मुह में लेके चूसने लगी. थोड़े देर चूसने के बाद अपनी साडी उतार दिया और नंगी हो गई. विक्की बोला की चाचा इधर ही देख रहे है. तो वो बोली की, वो तो मुर्दा है. देखे या ना देखे इससे कुछ भी नहीं होने बाला है. तुम मजे करो. अब रोज रोज. तुम्हे मेरे साथ सोने से और चोदने से कोई नहीं रोक सकता, यहाँ तक की मेरा पति भी नहीं, और फिर दोनों एक दूसरे में लिपट गए.
विक्की मेरी बीवी को चोदने लगा, मेरी बीवी खूब प्यार से उसको मेरा राजा, मेरा जानू, मेरा सोना धन, ये सब बोल रही थी और आह आह आह आह कर रही थी. कभी वो निचे जाती कभी विक्की निचे होता, कभी वो खुद चूचियां मसलती कभी विक्की मसलता, दोस्तों वो दोनों अब रोज रोज रात को मेरे सामने ही चुदाई करते है और मैं चुचाप देखते रहता हु. अब तो भगवन से मनाता हु की काश मेरी मौत आ जाये. जिस पत्नी को मैं जान से ज्यादा चाहता था वो आज मेरे सामने ही रंगरेलियां मना रहा है. वो भी मेरे सामने, इतना तो इज्जत करती चुदवाने है तो कमरे के अंदर करवा ले. मेरा कलेजा पानी पानी हो गया है दोस्तों . अब मैं इससे ज्यादा नहीं लिख पाउँगा.