हेलो मेरा नाम कृष्ण है मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम का पुराण रीडर हु , मजा आ जाता है यहाँ जो कहानी है, आज मैं आपको अपने साली के बारे में एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हु, उस दिन पता चला की मेरी साली कितनी चुदक्कड़ है, मेरी शादी के हए करीब १ साल हुए थे, मैं उस समय बेंगलुरु में रहता था, मैं वही जॉब और पढाई दोनों करता था, इसवजह से मैं शादी के कुछ दिन तक अपने वाइफ को अपने पास नहीं बुलाया था, जब मैं ६ महीने बाद अपने ससुराल गया तो मेरा आकर्षण तो मेरी वाइफ की तरफ था पर पर मेरी साली जो की मेरी वाइफ से सिर्फ एक साल ही छोटी थी उसका आकर्षण मेरी तरफ था क्यों की मैंने ये महसूस किया की जब भी मेरी वाइफ मेरे पास नहीं होती उसका सेक्सी आचरण कभी कभी मुझे कामुक बना देता था, क्यों की कभी वो अपने बूब को मुझसे टच करवाती तो कभी अपना हाथ मेरे में देती उस समय एक चीज मैंने और भी नोटिस किया की जब भी वो मुझे टच करती उसकी आवाज और हाथ दोनों ही कापते थे क्यों की जब की कोई लड़की कुछ गलत करती है तब उसका व्यव्हार ऐसा ही हो जाता है ऐसा मैंने पढ़ा है.
एक दिन की बात है वो बाथरूम में नहा रही थी वही पे टॉयलेट भी था मै वह गया क्यों की मुझे टॉयलेट जाना था तो गलती से मैंने बाथरूम का दरवाजा को धक्का लगा दिया वह पर मेरी शैली पहले से नहा रही थी दरवाजा अंडर से लॉक नहीं था मैंने उसे नंगी अवस्था में देख लिया, पर वो बिलकुल भी नहीं शरमाई ना तो कुछ वैसा रिएक्शन था, मैंने कहा सॉरी तो वो बोली इसमें सॉरी की क्या बात है, मुझे तो अच्छा लगा, मुझे तो ख़ुशी हुई की आपने आज मुझे इस अवस्था में देखा मैं हैरान रह गया.
मैंने तुरंत से वह से चला आया अपने कमरे में, थोड़ी देर के बाद मेरी शैली मेरे कमरे में आई उसके बाल जो की काले काले और बहुत ही लम्बे थे वो गिला था वो पंखे में सूखने के लिए और भी अपने बाल को फैला ली थी अब तो वो कमाल की लग रही थी, उसके चेहरे का नूर देखते ही बन रहा था, मैंने आज ताज उनको ऐसी रूप में नहीं देखा, मस्त सेक्सी लग रही थी. वो मुझे देखके मुस्कुराई और अपने होठ को अपने डाट से दबाई मैं समझ गया की उसके इरादे नेक नहीं है, उन्होंने पूछा कैसी लगी मैं आपको आज बाथरूम में, मैंने कहा कहा देख पाया आपको पूरी तरीके से मैं तो डर गया था इसलिए ठीक से नहीं देखा. उन्होंने कहा अच्छा जी, चलो आज दीदी और माँ दोनों मार्किट जाएगी तब मैं आपको दिखाउंगी की मैं क्या चीज़ हु, मैं समझ गया उस टाइम घर में कोई नहीं होगा, दिन के करीब १ बज रहे थे खाना खाकर लेट गया पर नींद कब आ गयी पता ही नहीं चला, जब नींद खुली तो देखा मेरी साली मुझे उठा रही है पूछ रही थी की चाय बनाऊ शाम के ४ बज गए है, दीदी और माँ दोनों मार्किट गयी है वो आपको नहीं बता पाई क्यों की आप सोये हुए थे.
मैंने कहा नहीं अभी नहीं बैठिये ना मेरे पास, तभी वो सेक्सी अंदाज़ में बोली क्यों क्या कोई गलत इरादा है क्या? मैंने कहा नहीं जी कोई गलत इरादा नहीं है जब इंसान भूखा रहता है तभी उसे खाने की इच्छा होती है, आजकल तो मेरा पेट भरा हुआ है, आपकी दीदी रात भर खिलाती है, तभी वो बोली क्यों जी रोज रोज एक ही चीज़ खाके बोर नहीं होते, मैंने कहा क्या कर कोई और भी तो चीज़ नहीं है, तभी तो बोली गलत “मैं हु ना” हॉट मिर्ची वाली, और ताजा हु चाहो तो चख के देख लो, मैंने कहा इधर आना वो थोड़ी करीब हो गयी मैंने उसके बूब को अपने हाथ से कास के दबाया.
वो इस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स की आवाज़ निकाली और मचलने लगी मैंने उसे किश किया वो भी मुझे एक डीप किश दी, पूरी तरीके से मेरे होठ को चाटने लगी और मेरे बाल में अपने उंगलिया घूमने लगी मैंने उसे अपने बहो में भरके उसे लिटा दिया और और उसके कपडे के ऊपर उठा दिया और ब्रा को पीछे से खोल दिया, उसके दो बड़े बड़े क्रिकेट के बाल के आकर को दो मस्त मस्त चूच मेरे सामने था, उसका ऊपर का भाग हलके पिंक कलर का था मैंने तो पागल हो गया क्या चीज़ था,
मैंने उसके चूच को दबाना और पीना शुरू कर दिया, वो भी मुझे अपनी बहो में समा लेना चाहती थी, तरह तरह की आवाज़ निकाल रही थी जिससे मैं और भी कामुक हो रहा था फिर मैंने उसके निचे के भी सारे कपडे उतार दिए, मेरी साली पूरी नंगी बाल बिखरे हुए मेरे सामने चुदने के लिए तैयार थी, मैंने अपना हाथ उसके बूर पे लगाया तो वो सिहर गयी क्यों की आजतक किसी ने भी उसके बदन को हाथ नहीं लगाया था, फिर मैंने उसके बूर में अपना ऊँगली करने की कोशिश की पर ऊँगली भी नहीं जा रहा था और मेरी साली मेरे हाथ को पकड़ ली, मैंने फिर से किश करना शुरू किया होठ से शुरू हुआ गर्दन तक होते हुए दोनों चूच को फिर नाभि में जीभ घूमना फिर दोनों पैर को फैलाकर मैंने उसके बूर के पास पहुंच कर जीभ से चाटना शुरू कर दिए, वो कराहने लगी बोली, बोली क्या कर रहे हो जीजा, अब तो ना तड़पाओ प्लीज, सील तोड़ दो मेरा, मेरे बूर का सील तोड़ दो ये आपके लिए ही है, अपने लैंड को बूर में घुसाओ ना प्लीज अब रहा नहीं जा रहा है, चोद दो मुझे अपनी रानी बना लो, मेरे बूर में लैंड घुसाओ, मैंने अपने लौड़ा को उसके बूर पे रख के एक धक्का लगाया मेरा लौड़ा मुस्किल से १ इंच ही गया होगा पर वो दर्द से कराह उठी, मैंने थोड़ा रूक गया फिर मैंने उसके चूच को सहलया फिर से अपने लौड़े में थोड़ा थूक लगाया और फिर अपने हाथ से उसके बूर पे सेट किया और इस बार पूरा का पूरा अंदर कर दिए, वो कराह उठी और आँख में आंसू आ गए मैंने उसे थोड़ा चुचकारा और प्यार किया और मैंने समझाया की पहली चुदाई में दर्द होता ही है, उसके बूर का खून मेरे लौड़े में लग चूका था, मैंने फिर उसे चोदना शुरू किया वो भी अपना दर्द भूलकर गांड उठा उठा के चुदवाने लगी, मैंने भी खूब चोदा करीब १ घंटे तक अलग अलग पोजीशन में. अब तो साली मेरी आधी घरवाली है, मैंने तो दोनों मजा ले रहा हु, आपको कहानी कैसी लगी जरूर बताये, निचे कमेंट जरूर करे, आपका मित्र : कृष्ण कुमार दुबे,