कहानी १ तारीख की है जब मैं मेरी बीवी और मेरी बहन कोलकाता जा रहे थे, शाम को मेरी ट्रैन पटना जंक्शन से था, हमलोग टाइम से स्टेशन पहुंच गए थे , मेरी बीवी नेट की साड़ी पहन रखी थी, जो की ब्लैक कलर का था, उसपर से टाइट ब्लाउज, उसके चूच का उभार उसके साडी से साफ़ पता चल रहा था, उसका सारी नेट का था इश्स वजह से उसका नेवल और बूब और बूब का उभर की सॉफ सॉफ पता चल रहा था, उसपर से वो रेड कलर की लिपस्टिक लगाई हुई थे, बड़ी ही मस्त पर वो एकदम रंडी की तरह दिख रही थी. मेरी बहन उसने भी टाइट टी शर्ट और लेगिंग पहनी थी टी शर्ट उसका कमर के उपर तक ही था इश्स वजह से उसके चौड़े गांड और कभी कभी हाथ उठती तो टी -शर्ट उपर हो जाने की वजह से उसका नेवल और गोल गोल पेट बड़ा ही मस्त और सेक्सी दिख रहा था उसपर से उसके खुले बाल, सब को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था, क्यों की उसका बूब 36 के साइज़ का था और सॉफ सॉफ दिख रहा था क्यों की टाइट फिटिंग होने के कारण एक एक शरीर का अंग दिख रहा था, मैं थोड़ा बैचेन था क्यों की पता नही ये आज क्या करवाएगी ट्रैन में. पर मैं खुश था क्यों की चलो मौका मिलते ही मैं भी ट्रेन मे ही चोद दूँगा.
बहन को देखा वो वेटिंग रूम मे मेरे वाइफ से कह रही थी की आज तो तू गजब ढा रही बही भाभी, आग लगा रही है सारे मर्दों मे, और उसने चुति काट ली मेरे वाइफ के बूब के उपर वो औचह कर के बोली, हे रंडी तुम भी कोई कम नही लग रही है, चुदने का मन कर रहा है क्या? और वो मेरे बहन के चूतड़ पे चूती काट ली, बहन बोली मौका तो मिलने दो ये भी हो जाएगा. और दोनो हँसने लगे, मैं चुपचाप, सामने बैठ के उन दोनो के कारनामे देख रहा था. मैने भी सोचा चलो मस्ती करने दो क्या जाता है यार.
शाम को 7 बजे के करीब ट्रेन आ गयी और हम लोग ट्रेन मे बैठ गये, आज का ट्रेन मे भीड़ बिल्कुल भी नही चल रही है बरसात के कारण, तो बॉगी मे कम ही लोग थे, नेक्स्ट स्टेशन फतुहा पे एक कला लंबा और मोटा सा कुरूप इंसान चढ़ा, पर उसके मुस्सल्स बड़े ही सॉलिड थे, लगता था वो जिम वग़ैरह जाता होगा, वो आते ही मेरे वाइफ को घूरने लगा, हम तीनो नीचे बैठे थे काजल (मेरी बहन) और गीता (मेरी वाइफ) एक साइड बैठी थी और मैं उसके सामने था मेरे सीट पे ही वो आदमी आ कर बैठ गया था, ट्रेन चलने लगी, मैने उस आदमी को देखा की, अपना पैर वो सामने बाले सीट पे लगा रखा था जहा मेरी वाइफ बैठी थी, वो भी बीच मे गीता का पैर के सामने, उसके चूत के सामने पैर को टिकाया हुआ था मैं समझ गया की ये मदर चोद कुछ और चाह रहा है गीता से पर मैं भी कुछ ना बोल पाया, क्यों की वो काफ़ी तगड़ा था, कौन उलझता उससे, मैं चूप रहा पर मेरी बीवी भी साली रंडी निकली वो भी मुस्कुरा रही थी उसे देखकर, मैने सोचा चलो ले लो मज़ा, अब वो इंसान दूसरा पैर मेरे बहन के दोनो पैर के बीच मे रख के उसके सीट पे टीका दिया, अब वो बैठा तो इ सीट पे था और दोनो पैर उसके दोनो रंडी के बीच मे था.
मुझे लगा की उपर अब सोने च्ला जाना चाहिए, मैं उपर के बेड पे चला गया मैने कहा तुम दोनो भी सो जातो, तो वो कला आदमी बोल पड़ा क्या मैं थोड़ी देर और नीचे बैठ जौ क्यों की मेरी सीट बीच बाली है, तो मैने कहा ठीक है, वो दोनो भी बोली की चलो कोई बात नही मैं खुद सो जौंगी, और मैं उपर च्ला गया, करीब पाँच मिनिट बाद मैने उपर से झाँक के नीचे देखा हल्की हल्की लाइट जल रही थी, सिर्फ़ ट्रेन की आवाज़ आ रही थी, गीता ने अपना सारी का पल्लू नीचे गिरा दी थी उसकी दोनो चुचियाँ टाइट ब्लाउस से बाहर आने को तैयार लग रहा था, वो इंसान अपने पैर को गीता के चूत के पास रखा था, मैने देखा उस कामीने का लौड़ा बिल्कुल खड़ा था क्यों की पाजामे से सॉफ सॉफ दिख रहा था वो अंदर कुछ भी नही पहना था इस वजह से मोटा लौंडा खड़ा दिखाई दे रहा था. तभी मेरी बहन उठी और बीच मे खड़ी होके उपर से कुछ निकालने लगी उसका पेट उस आदमी के मूह के आस आ गया था वो आदमी अपना जीभ निकाल के होठो को चाट रहा था, फिर मेरी बहन पीछे घूम गयी तो उसका मोटा गांद उस हरामी के मूह के पास आ गया वो बहसी निगाओं से देख रहा था लॅंड उसका पहले से ही फन फ़ना रहा, आग मे घी डालने का काम मेरी बीवी और बहन कर रही थी, मैने भी कहा चुदो साली आज यही मन है तो.
मैं अपना मूह दूसरी तरफ फेर के सो गया, थोड़ी देर बाद देखा तो बहन मेरी दूसरे सीट पे सोई हुई थी, और मेरी बीवी के उपर वो आदमी चढ़ा हुआ धक्के पे धक्के दे रहा था वो दोनो बेडशीट के अंडर थे पर बेडशीट कमर तक ही था मेरी बीवी को ब्लाउस का हूट और ब्रा खुला हुआ था हरेक झटके पे दोनो चुचियाँ फुटबॉल के तरह हवा मे लहरा रहा था, वो मेरी बीवी को कह रहा था और बता, मुझे परेशान कर दी, जब से मैं बैठा था, और दोनो हाथो से चुचियों को दबा रहा था, मेरी वाइफ भी आ आआआआआआआहह औचह हहुउउऊहह की आवाज़ निकाल रही थी, मेरा भी लॅंड खड़ा हो गया था, फिर वो आदमी और मेरी बीवी शांत हो गयी, वो आदमी वॉशरूम चला गया मेरी बीवी बेडशीट ओढ़ ली और आँख बंद कर ली. मैं नीचे उतरा तो सोचा की बहन भी ना चुद जाए इसलिए कहा काजल चल तू उपर ही सो जा, काजल उपर चली गयी मैं भी वॉशरूम गया तो देखा वो कमीना अपना लॅंड को धो रहा था.
मैने वापस आया तो मेरी बीवी सो रही थी, मैं उपर काजल के सामने बाली बर्त पे बैठ गया और अपने बहन को निहारने लगा, करीब आधे घंटे बाद बहन ने कहा भैया मुझे डर लग रहा है आप भी मेरी बेड पे आ जाओ मैने कहा अरे काजल बर्थ बहूत छोटा है आ नही सकते दोनो, पर वो नही मानी मुझे भी जाना पड़ा रात के करीब 11 बाज रहे थे सब ट्रेन की दौड़ने की आवाज़ और सिटी की आवाज़ आ रही थी, इक्का दुक्का लोग सब सो रहे थे, हम काजल को पकड़ के सो गये, पर उसके पसीने का स्मेल मुझे उत्तेजित कर रहा था, उसपर से उसका बूब मेरे छाती पे टकरा रहा था, मेरा लंड खड़ा हो गया, उसका होठ मेरे होठ के पास था, धीरे धीरे कर के मैने उसके गांद को सहलाना सुरू कर दिया तो वो अपना पैर मेरे उपर चढ़ा दी और मुझे पकड़ ली, मेरा लॅंड काफ़ी मोटा और बड़ा हो गया था इस वजह से उसके चूत के सामने था मैने अपनी बहन का टी शर्ट को उपर कर दिया और बूब दबाने लगा, मेरी बहन चुप चाप अपना बूब दब बाते रही और थोड़े देर बाद वो अपना स्लेक्ष का लॅगिंग खोल दी वो कमिनी पेंटी भी नही पहनी थी.
चूत पे लॅंड रखकर मैने एक ही झटके पे अंदर कर दिया वो मुझे किस करने लगी, और मैं उसके चूत मे अपना लॅंड पेलने लगा, वो कह रही थी ज़ोर से और ज़ोर से, मैने भी कस कस के चोद रहा था, मैने कहा काजल क्या तुम पहले से भी चुदी हो क्या, बोली हा भैया घर के बगल बाले रामु चाचा मुझे रोज चोदते है, मैने कहा तुम तो बड़ी ही रंडी निकली क्या ज़रूरत था उस बूढ़े रामु के पास जाने की मैं तो था ना घर मे, तो वो बोली अब नही जाउंगी, जब आप मुझे चोद सकते हो तो मुझे कही और जाने की क्या जरूरत, फिर दोनो जोश मे आ गये और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे वो भी गांद उठा उठा के चुदवाने लगी.
आख़िर वक्त आ गया था माल निकालने का तो काजल बोल पड़ी नही भैया मेरे चूत मे मत डालना भाभी के चूत मे डाल दो क्यों की आपको बच्चा चाहिए ना, मैने कहा हा ठीक कह रही थी, मैने फटा फट नीचे उतरा और गीता के बेडशीट के अंदर जाके देखा उसका साड़ी उपर ही चढ़ा हुआ था, हाथ लगाया तो चूत काफ़ी गीली थी, उस कमीने ने मेरी बीवी के चूत मे अपना माल छोड़ दिया, पहले तो मैने अपने जीभ से पूरा चूत सॉफ किया फिर लॅंड घुसा के करीब 10 मिनिट तक चोदने के बाद अपना माल अपने बीवी के चूत मे डाल दिया, फिर उपर आके सो गये. इस तरह से ट्रैन में मैंने अपने बीवी और बहन को चोदा पर दुःख इस बात का है की मेरी बीवी उस अजनबी से चुद गयी.